दीपक विश्वकर्मा ( 9334153201 ) जिस पुलिस डिपार्टमेंट में आने से महिलाएं डरती थी आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा महिलाओं को 50% आरक्षण दिए जाने का ही परिणाम है कि पुलिस महकमे में लड़कियां ज्यादा आ रही हैं | पुलिस महकमे में आने वाली लड़कियों  के हौसले काफी बुलंद दिख रहे हैं | थाने की कार्यशैली को जानने नालंदा पहुंची नवनियुक्त अवर निरीक्षक  इस क्षेत्र में कुछ कर गुजरने की तमन्ना रखती है |
नालंदा के एसपी निलेश कुमार ने बताया कि नालंदा जिले में 117 नवनियुक्त अवर निरीक्षक को सरकार के द्वारा भेजा गया है | जिन्हें थाने की श्रेष्ठता के बारे में प्रारंभिक जानकारी दी जा रही है थाने में कैसे डॉक्यूमेंट रखा जाता है कैसे डॉक्यूमेंटेशन की जाती है उन्हें थाने की कार्यशैली से अवगत कराना है | जिसमें 68 महिला जिसमें 59  पुरुष प्रशिक्षु हैं |
 पुरुष को जिला मुख्यालय के थाने में सब डिविजनल मुख्यालय थाने में और महिलाओं को केवल जिला मुख्यालय के थानों में थाना के वर्किंग से अवगत करवाया जा रहा है | उन्होंने कहा कि कितने दिनों तक लोग यहां रहेंगी इसका निर्णय सरकार करेगी क्योंकि यहां के बाद उनका विधिवत प्रशिक्षण बिहार पुलिस एकेडमी  में शुरू हो जाएगा तब तक यह लोग यहीं रहकर थाने की कार्यशैली से उन्हें अवगत कराया जाएगा | नवनियुक्त अवर निरीक्षक नेहा कुमारी का कहना है कि हम लोग सीखने आए हैं और सीखने की कोशिश कर रहे हैं और एक अच्छा एसआई बनकर यहां से जाएं और जिस थाने में जाएं वहां जमकर दबाव बनाकर जम कर रहेंगे  डर कर नहीं ,मैं महिलाओं को यह कहना चाहूंगी किसी भी फील्ड में महिलाएं नाम कमा सकती हैं, किसी भी फील्ड में किसी भी डिपार्टमेंट में लोग महिलाओं को दबाने की कोशिश करते हैं कि महिला यह काम नहीं कर सकती तो हम इस फील्ड में आगे आए हैं ,मैं तो यही कहना चाहूंगी की  महिलायें  हर फील्ड में आगे बढ़ सकती हैं आगे जा सकती हैं |
 वहीं रश्मि कुमारी का कहना है कि मैं एक सब इंस्पेक्टर होने के नाते मैं यह कहना चाहूंगी कि महिलाएं ज्यादा से ज्यादा इस डिपार्टमेंट में आएं  जो लोगों की  सोच है यह डिपार्टमेंट पुलिस का लड़कियों के लिए नहीं है बेहतर नहीं है उनकी सोच को बदलना चाहिए  ज्यादा से ज्यादा संख्या में इस विभाग में आए ज्वाइन करें लोगों की सोच बदल दें की महिलाएं पुरुषो की तुलना में पीछे नहीं है |  ऐश्वर्या का कहना है कि कि जो मुझे सिखाया जा रहा है उसमें काफी तन्मयता से मैं सीख रही हूं और काफी अच्छा लग रहा है मुझे यहां आकर  | वहीं  बबली कुमारी का कहना है कि मुझे  काफी रोमांच महसूस हो रहा है यहां आकर खासकर मुझे कैसे एफआईआर लिखना है कैसे  लोगों के साथ व्यवहार  करना है हम लोगों को जनता की सेवा कैसे करनी है जनता के बीच हमारा यह  भाव मन में न रहे कि हम एक पुलिस इंस्पेक्टर हैं | एक बेहतर पुलिस पदाधिकारी बनकर जनता की सेवा कर सकूँ |

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