दीपक विश्वकर्मा ( 9334153201 ) पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर हुए हमले के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएसन द्वारा आहूत देश व्यापी हड़ताल का व्यापक असर नालंदा में भी देखने को मिला | पावापुरी मेडिकल कॉलेज ,बिहार शरीफ सदर अस्पताल सहित निजी क्लीनिकों में इमरजेंसी छोड़ कर सभी सेवाएं ठप्प रही | जिससे मरीजों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा | सभी ज्यादा परेशानी पावापुरी मेडिकल कालेज में दूर दराज से इलाज करवाने आये मरीजों को हुई | मुख्य द्वार पर ही सुरक्षा गार्ड ने मरीजों को अस्पताल के भीतर जाने से रोक दिया | दरअसल इन भोले भाले ग्रामीणों को नहीं मालूम था की आज हड़ताल है जिसके कारण कई मरीज वैगर इलाज करवाए वापस लौट गए | प्रातः से ही मरीजों को लेकर उनके परिजन नंबर लगाने के लिए मुख्य द्वार पर खड़े रहे जैसे ही उन्हें मालूम हुआ की आज डाक्टरों का हड़ताल है कई मरीज के परिजन उग्र हो गए और जबरन मेडिकल कालेज के भीतर घुसने लगे जिसे सुरक्षा कर्मियों ने रोक लिया |
पहले मुख्य द्वार पर दो सुरक्षा गार्ड मौजूद थे बाद में मौके की नजाकत को देखते हुए और सुरक्षा गार्ड मुख्य द्वार पर बुला लिए गए | हलाकि मरीजों का आना लगातार जारी रहा मगर हड़ताल के कारण सभी को बैरंग लौटना पड़ा | इधर अगर हम बात करें निजी डाक्टरों की तो अधिकांश डाक्टरों ने अपने अपने मोबाईल को बंद कर दिया कई डाक्टर इस हड़ताल में अपने बच्चो के साथ टूर पर चले गए | यानि सीधे तौर पर यह कहा जाये की पश्चिम बंगाल में डाक्टरों पर हुए हमले का देश के डाक्टरों ने पूरजोर विरोध किया | इधर इंडियन मेडिकल एसोसिएसन नालंदा के अध्यक्ष शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ श्याम बिहारी ने कहा की आज का हड़ताल स्वतः स्फूर्त रहा सभी निजी क्लीनिकों में एमरजेंसी सेवा को छोड़ अन्य सेवाएं ठप्प रही | उन्होंने कहा की आज जूनियर डाक्टरों की पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से वार्ता हो रही है | वार्ता के बाद ही हम लोग अगला निर्णय लेंगे | उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा की यह डाक्टरों के साथ पहला मामला नहीं है इस तरह की घटनाये हमेश घटती रहती है जिस पर अंकुश लगना बहुत ही जरुरी है |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *