दीपक विश्वकर्मा (9334153201 ) लॉकडाउन में माली हालत ख़राब होने  के कारण कोचिंग संचालक ने दशवीं क्लास की छात्रा को  प्रेम जाल में फंसा कर उसका अपहरण कर लिया | अपहरण के बाद कोचिंग संचालक ने छात्रा के पिता से बतौर 5 लाख रूपए की फिरौती  की मांग की और फिरौती नहीं मिलने पर छात्रा को जान मरने की धमकी दी |  जिसकी सूचना छात्रा के पिता ने  बिहार थाना पुलिस को दी | सूचना मिलने के बाद प्रभारी एसपी अजय कुमार ने त्वरित संज्ञान लेते हुए सदर डीएसपी  डॉक्टर शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में बिहार थाना इंस्पेक्टर दीपक कुमार के साथ-साथ अन्य पुलिसकर्मियों की टीम गठित की |

फिर हरकत में आई बिहार थाना पुलिस ने सबसे पहले जिस नंबर से फिरौती की मांग की गई थी उस नंबर को खंगालना शुरू किया और फिर तीर निशाने पर लगा | जहां पुलिस में सबसे पहले वारसलीगंज में छापा मारा जहां से कोचिंग संचालक मनीष कुमार उर्फ मनीष सरकार को गिरफ्तार कर लिया | उसके बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस ने शेखपुरा जिले के शेखोपुर सराय में छापा मारा जहां छात्रा को एक बंद कमरे से बरामद किया | दरअसल पूरा मामला यह है कि मनीष उर्फ मनीष सरकार बिहार शरीफ के गढ़ पर एवन  इंग्लिश कोचिंग चलाता था और यह छात्रा उसी के कोचिंग में पढ़ती थी लॉकडाउन के बाद इस छात्रा को अपने एक शिक्षक प्रशांत के सहयोग से प्रेम जाल में फंसा लिया और फिर लॉकडाउन में माली हालत ख़राब  रहने के कारण इसमें एक सुनियोजित तरीके से छात्रा को कमरे में बंद कर दिया और फिर अपने मोबाइल से इसके पिता से फिरौती  की मांग की |

पुलिस ने मनीष को गिरफ्तार करते हुए उस मोबाइल को भी बरामद कर दिया है जिस मोबाइल से फिरौती  की मांग की गई थी | अब हम रुख करते है अस्थावां की तरफ जहाँ से एक नाबालिग बच्चे का अपहरण कर लिया गया | और इसके परिवार से दस लाख रूपए फिरौती मांगी गयी थी  | दरअसल एक साथ अस्थावां  और बिहार शरीफ में दो अपहरण  पुलिस की नींद उड़ा दी थी और 12 घंटे के भीतर दोनों अपहरण कांड का पुलिस ने न केवल खुलासा किया बल्कि इस मामले में 6 बदमाशों को गिरफ्तार भी कर लिया | अपहृत बालक को हिलसा थाना इलाके के कौशिक नगर स्थित उमा शंकर प्रसाद के घर से बरामद किया गया | पुलिस ने बदमाशों के  पास से उस मोबाइल को भी बरामद किया है जिस मोबाइल से फिरौती की मांग की गई थी | और उस बाइक को भी बरामद कर लिया गया जो बालक के अपहरण में प्रयुक्त किये गए थे |

इस  टीम का नेतृत्व खुद प्रभारी एसपी अजय कुमार कर रहे थे |  जिसमें सदर डीएसपी डॉक्टर मोहम्मद शिब्ली नोमानी ,डीआईयु  शाखा के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार ,दीपनगर के थानेदार  मोहम्मद मुस्ताक अहमद ,अस्थावां  के थानेदार संतोष कुमार ,डीआईयु  शाखा के पुलिस अवर निरीक्षक चंदन कुमार ,अस्थावां  थाना के पुलिस अवर निरीक्षक शिवजी प्रसाद यादव और सिपाही पंकज कुमार भारती शामिल थे | हम आपको बता दें पिछले 12 दिसंबर को कानून व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ने  एक अहम बैठक बुलाकर सूबे  बिहार के सभी डीएम और एसपी को यह स्पष्ट कहा था  कि  बिहार में कानून व्यवस्था क्यों चरमराई हुई है |  इस पर सख्त निर्देश दिए गए थे | उसी निर्देश का असर नालंदा में दिखने लगा है हाल के दिनों में एक दो छोड़कर जितने भी आपराधिक घटनाएं या फिर अपहरण जैसी वारदात महज 12 या फिर 24 घंटे में डिटेक्शन नहीं हुआ | मगर यह दोनों अपहरण कांड का त्वरित खुलासा होना  मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश का असर प्रतीत होता है |

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