राज की रिपोर्ट ( 9334160742 ) – जनवितरण प्रणाली व्यवस्था में सुधार को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी जेपी अग्रवाल ने शनिवार को टाउन हॉल में बिहारशरीफ अनुमंडल में कार्यरत जन वितरण प्रणाली बिक्रेताओं के साथ समीक्षा बैठक की और डीलरों को पॉश मशीन से संबंधित जानकारी दी गई। एसडीओ जनार्दन प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि पीडीएस विक्रेताओं द्वारा आनाज में अक्सर गड़बड़ी की शिकाएतें मिलती थी। कई लाभुक अनाज उठा लेते थे | लेकिन इसका रजिस्टर पर चढ़ाव कुछ दिन के बाद किया जाता था। कई जगहों पर तो 2-3 महीने के अनाज एक बार दे दिया जाता था। इसपर रोक लगाने के लिए पॉश मशीन का प्रयोग किया जाएगा। इसके लिए सभी विक्रेताओं को आधार से लिंक कराना होगा। जिनका आधार से लिंक नहीं होगा उसे अनाज नहीं दिया जाएगा।
पांच नियमाें करें पालन अन्यथा लाईसेंस होगा रद्द
पीडीएस क्रन्ट्रोल एक्ट 2016 के नियमों के हवाला देते हुए एसडीओ श्री अग्रवाल ने सभी दुकानदारों को कहा कि कम से कम पांच नियमों को हर हाल मे पालन करना होगा। नहीं तो जांच के दौरान पांच में एक भी कमी पाई गई तो लाईसेंस रद्द हो सकता है। बताए गए पांच नियमों में दुकानदार लगातार खुला रहेगा, निर्धारित दर पर खाद्य उपलब्ध कराना, किसी भी पीडीएस दुकानदारों को लाभुक के राशन कार्ड को नहीं रखना है।
खानापूर्ति जांच नहीं चलेगी
एसडीओ श्री अग्रवाल ने पीडीएस दुकानदारों को नियम का पाठ पढ़ाने के साथ-साथ आधिकारियों को भी कड़े निर्देश दिए। सभी एमअो को कहा कि खानापूर्ति जांच नहीं चलेगी। पीडीएस दुकानों में इतनी अनियमितत के बाद भी अपेक्षित कार्रवाई कर रिपोर्ट एमओ द्वारा नहीं मिल पाता है। जिससे साफ जाहीर होता है कि जांच के नाम पर खानापूर्ति की जाती है। अब इस तरह के रबैया नहीं चलेगा। दोषी पाए जाने पर एमओ पर भी कार्रवाई की जाएगी।
जांच अधिकारियों द्वारा शोषण किए जाने पर करें शिकायत
श्री अग्रवाल ने सभी पीडीएस दुकानदारों से कहा कि डर कर काम करने की जरूरत नहीं है। जो लोग सही से काम कर रहे हैं व डरे नहीं। अगर जांच के दौरान अधिकारी द्वारा किसर प्रकार का शोषण किया जाता है जो तुरंत उसकी सूचना अनुमंडल कार्यालय को दें। इसक अलावे जिला स्तर से व्हाटसेप ग्रुप भी बनाएं और जांच अधिकारी के गलत करने पर फोटों खिंचकर ग्रुप पर शेयर करें। उन अधिकारियों पर शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।
कौन कौन हुए शामिल
इस मौके पर बिहारशरीफ एमओ निलेश कुमार, अस्थावां एमओ स्नेहलता, नरसराय एमओ हरेन्द्र वर्मा, सीओ हरनौत, सीअे बिंद आदि उपस्थित थे।