दीपक विश्वकर्मा,, नालंदा जिले की स्थापना 9 नवंबर 1972 में हुई ।वैसे तो 1957 में नालंदा लोकसभा के नाम से देश के संसदीय क्षेत्र में एक अलग लोकसभा क्षेत्र शामिल किए गए ।लेकिन जिले के रूप में नालंदा का अस्तित्व 1972 में आया और पटना जिले से अलग होकर नालंदा अलग जिला बन गया ।नालंदा भारत के बिहार प्रान्त का एक जिला है जिसका मुख्यालय बिहार शरीफ है। बिहार शरीफ भी ऐतिहासिक नगरी के रूप में जाना जाता है जहां उदंतपुरी विश्वविद्यालय के अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं ।
बड़ी दरगाह स्थित शेख सरफुद्दीन अहमद यहिया मनेरी रहमतुल्ला अलेह का मकबरा और मनीराम अखाड़ा स्थित बाबा मनीराम की समाधि। हिरण्य पर्वत पर स्थित मल्लिक इब्राहिम बया शाह का मकबरा और मंदिर पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है । इस पहाड़ के ऊपर पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पार्क का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा सुभाष पार्क पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है ।
नालंदा अपने प्राचीन इतिहास के लिये विश्व प्रसिद्ध है। यहाँ विश्व के सबसे पुराने नालंदा विश्वविद्यालय के अवशेष आज भी मौज़ूद है, जहाँ सुदूर देशों से छात्र अध्ययन के लिये भारत आते थे। बुद्ध और महावीर कइ बार नालन्दा मे ठहरे थे। माना जाता है कि महावीर ने मोक्ष की प्राप्ति पावापुरी मे की थी, जो नालन्दा मे स्थित है। बुद्ध के प्रमुख छात्रों मे से एक, शारिपुत्र, का जन्म नालन्दा मे हुआ था।
नालंदा पूर्व में अस्थामा तक पश्चिम में तेल्हाड़ा तक दक्षिण में गिरियक तक उतर में हरनौत तक फैला है ।विश्व के प्राचीनतम विश्वविद्यालय के अवशेषों को अपने आंचल में समेटे नालन्दा बिहार का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहाँ पर्यटक विश्वविद्यालय के अवशेष, संग्रहालय, नव नालंदा महाविहार तथा ह्वेनसांग मेमोरियल हॉल देख सकते हैं। इसके अलावा इसके आस-पास में भी घूमने के लिए बहुत से पर्यटक स्थल है। राजगीर, पावापुरी, गया तथा बोध-गया यहां के नजदीकी पर्यटन स्थल हैं।
प्रसिद्ध चीनी यात्री ह्वेनसांग ने 7वीं शताब्दी में यहाँ जीवन का महत्त्वपूर्ण एक वर्ष एक विद्यार्थी और एक शिक्षक के रूप में व्यतीत किया था। भगवान बुद्ध ने यहाँ उपदेश दिया था। भगवान महावीर भी यहीं रहे थे। प्रसिद्ध बौद्ध सारिपुत्र का जन्म यहीं पर हुआ था। नालंदा में राजगीर में कई गर्म पानी के झरने है, इसका निर्माण कहा जाता है की राजा बिम्बिसार ने अपने सासन काल में किया था, राजगीर नालंदा का मुख सहारे है, ब्रह्मकुण्ड, सरस्वती कुण्ड और लंगटे कुण्ड यहाँ पर है, कई बिदेसी मन्दिर भी है यहाँ चीन का मन्दिर, जापान का मन्दिर आदि. नालंदा जिले में जामा मस्जिद भी है जॊ के बिहार शरीफ मे पुलपर है। यह बहुत ही पुराना और विशाल मस्जिद है।