दीपक विश्वकर्मा,,, बिहारशरीफ के रांची रोड स्थित कैरियर पब्लिक स्कूल 28 वां स्थापना दिवस धूमधाम से शुरु हो गया । दो दिवसीय स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन प्राइवेट एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद श्यामल अहमद द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया ।इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में पब्लिक स्कूल एसोसिएशन नालंदा के प्रेसिडेंट आशीष रंजन ,नालंदा सहोदया क्लस्टर के प्रेसिडेंट अरविंद कुमार सिंह, बाल संरक्षण पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार, विद्या भारती स्कूल के निदेशक अशोक कुमार निराला ,बाल भारती स्कूल के प्राचार्य मनीष कुमार गौतम , गुरुकुल विद्यापीठ के निदेशक प्रमोद कुमार, विद्या विहार स्कूल के प्राचार्य आशु रंजन मौजूद थे ।
जबकि इस मौके पर अतिथियों का स्वागत कैरियर पब्लिक स्कूल के निदेशक डॉ संजय कुमार, प्राचार्य इंजीनियर संदीप कुमार एवं उप प्राचार्य अनुप्रिया भारती द्वारा अंग वस्त्र और पुष्प के साथ-साथ स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया गया । इस मौके पर कैरियर पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा कई प्रकार के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए ।
इस दो दिवसीय कार्यक्रम में कैरियर पब्लिक स्कूल बिहार शरीफ और सीताशरण मेमोरियल स्कूल भतहर के छात्र-छात्राओं द्वारा विज्ञान प्रदर्शनी चित्रकला एवं फूड स्टॉल लगाए गए ।फूड स्टॉल में कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन का लोगों ने लुफ्त उठाया । खासकर इसमें लिट्टी चोखा गोलगप्पा कॉफी चाट समोसा और विभिन्न प्रकार के बच्चों द्वारा व्यंजन बनाए गए। इस मौके पर बच्चों द्वारा नृत्य संगीत प्रस्तुत कर लोगों का भरपूर मनोरंजन किया गया। बच्चों द्वारा एकता में अनेकता और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का मंचन किया गया ।
इस मौके पर मुख्य अतिथि सैयद श्यामल अहमद ने कहा कि यह विद्यालय 28 वर्षों से जिले में शिक्षा जगत में एक अलग पहचान बनाई है ।इस विद्यालय के गोल्डन जुबली के अवसर पर भी में शिरकत करूंगा। यहां के सभी शिक्षक और बच्चों की उन्होंने भूरी भूरी प्रशंसा की ।
साथ ही साथ उन्होंने घोषणा की हैदराबाद में होने वाले कॉन्फ्रेंस में कैरियर पब्लिक स्कूल को बेस्ट स्कूल का अवार्ड दिया जाएगा ।इस अवसर पर अतिथियों के द्वारा खेल प्रतियोगिता एवं अपने वर्ग में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया ।कार्यक्रम का संचालन सुभाष चंद्र पांडे द्वारा किया गया ।जबकि समारोह को सफल बनाने में मनीष कुमार सक्सेना, मोनू कुमार, राम कुमार शर्मा, प्रियंका कुमारी, कंचन कुमारी एवं सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया ।