दीपक विश्वकर्मा,,, बिहार शांति मिशन के अध्यक्ष एवं नालंदा के
पूर्व विधायक रामनरेश सिंह ने कहा कि यू०पी में अतीक और अशरफ की हत्या लोकतंत्र
न्यायतंत्र दोनों के लिए खतरनाक है।उन्होंने कहा कि न्यायलय के आदेश से पुलिस को रिमान्ड
दिया गया था, अब पुलिस की जबाबदेही थी कि पूछ-ताछ के उपरांत सकुशल उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजना था, पर ऐसा नहीं हुआ। तीन जगहों के
नौसिखिए अपराधी आते हैं और अतीक और अशरफ की हत्या कर देते हैं, जबकि पुलिस के अनुसार
अतीक और अशरफ ने इकबालिया बयान दिया था
कि उनका संबंध पाकिस्तान के आतंकी गिरोह से भी है, यह सब जानते हुए भी अतीक और अशरफ उत्तरप्रदेश में अपराधी नियंत्रण है या तो उत्तर प्रदेश छोड़कर भाग
आत्म समर्पण कर रहे हैं।पुलिस बंदो बस्ती के बाद भी 3 लोगों ने उनकी पुलिस के सामने हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि अपराधियों पर कड़ी कारवाई हो । पुलिस एन्काउन्टर में मारे जाते हो
ये क्षम्य है, परन्तु इस तरह के दिन दहाड़े हत्या अशोभनीय एवं लोकतंत्र पर कुठाराघात है।
सर्वोच्च न्यायलय स्वयं संज्ञान लेते
इसकी जाँच करें और सही तथ्यों से देशवासियों को अवगत कराएं |