दीपक विश्वकर्मा : जन अधिकार युवा परिषद के अध्यक्ष राजू दानवीर ने प्रदेश में होने वाले नगर निकाय चुनाव के रद्द होने पर कहा कि इससे प्रदेश के लाखों युवाओं का मनोबल टूट गया है। इस बार चुनाव में तकरीबन 80% युवा किसी ना किसी तरह शामिल हो रहे थे। उन्होंने आशा थी कि वे इस चुनाव के जरिए अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत करेंगे या जनता की सेवा कर अपने नगर में बदलाव लाएंगे। उनकी उम्मीदों पर माननीय न्यायालय के निर्णय से पानी फिर गया। उक्त बातें राजू दानवीर ने आज हिलसा प्रखंड अंतर्गत चिकसौरा में अभी चिकसौरा एमरजेंसी हॉस्पिटल का शुभारंभ करते हुए कहा। इस मौके पर उन्होंने हॉस्पिटल के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी और कहा कि ऐसे हॉस्पिटल और खुलें, जिससे आम लोगों को सुविधा हो। उन्होंने कहा कि चुनाव रद्द होने से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को भारी नुकसान हुआ, क्योंकि इस बार अधिकतर ईमानदार युवा और समाजसेवी अपने मेहनत की कमाई और कर्ज लेकर चुनाव मैदान में उतरे थे, जो सब बर्बाद हो गया। 2- 3 दिनों बाद मतदान होने थे और कोर्ट के निर्णय से गहरा धक्का लगा है। उन्होंने कहा कि चुनाव रद्द होने से उन लोग का क्या होगा ? इन्होंने कर्ज लेकर या अपने खेत बेचकर राजनीति में सेवा के संकल्प से आने का फैसला लिया था ऐसे युवा आज क्या करेंगे ? वह रोड पर आ गए. जब यही करना था तो पहले ही हो जाना चाहिए था. यह गरीब और आम आदमी को धक्का था. सबसे बड़ी बात जिन लोगों ने चुपके से अंतिम दिन अपना नॉमिनेशन कराया था जो समाजसेवी थे, वो पैसा कहां से लाएंगे. चुनाव लेट होने से आपराधिक घटनाओं में वृद्धि होगी।

उन्होंने कहा कि इस बीच क्रिमिनल प्रकृति के लोग एक्टिव हो जाएंगे। वे लोग जान चुके हैं कि कौन उनके विपक्ष में खड़े हैं। उनका प्रयास होगा क्यों नहीं किसी तरह दबा दिया जाए कि आगे वह चुनाव में फिर से चुनाव न लग सके। इसलिए हम बिहार सरकार से अपील करेंगे कि वह जल्द से जल्द चुनाव करवाने का प्रयास करें ताकि बिहार वासियों की उम्मीद पूरी हो सके और निकाय व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित होता रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *