राज की रिपोर्ट ( 9334160742 ) – तीन साल से 20 साल तक एक ही शाखा में जमे कर्मचारियों का गुरुवार को तबादला कर दिया गया। डीएम योगेंद्र सिंह स्वयं एनआईसी में घंटों बैठकर तबादले की सूची को रैंडमाइजेशन सिस्टम से फाइनल किया। तबादला सूची को ऑनलाइन करते समय संबधित विभागों के अधिकारी भी साथ थे। स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के तबादले के समय सीएस डॉ. परमानंद चौधरी, तो पंचायत सचिव के समय जिला पंचायती राज पदाधिकारी मो. शोएब मौजूद थे। अनुमंडल प्रशासन के कर्मियों की सूची ऑनलाइन करते वक्त एसडीओ जनार्दन प्रसाद अग्रवाल मौजूद थे। इस मशक्कत भरे काम में नगर आयुक्त सौरभ जोरवाल, जिला स्थापना प्रभारी अमरेद्र कुमार, सदर डीएसएलआर प्रशांत कुमार ने तकनीकी भागीदारी निभायी। जिलाधिकारी ने कहा कि कार्य प्रणाली में सुधार के लिए यह जरूरी था। ऐसे कर्मी सरकार की प्राथमिकता की बजाय अपनी प्राथमिकता का काम कर रहे थे। इससे जनता के कार्यों के निपटारे में प्रशासन को परेशानी हो रही थी |
भष्टाचार की कोई गुंजाइश नहीं:-
तबादले की सबसे बड़ी चुनौती भ्रष्टाचार की होती है। तबादले के नाम पर लाखों का कारोबार होता है। लेकिन इस तरह से इसको किया गया है कि भ्रष्टाचार की कोई गुजांइश ही नहीं है |
समाहरणालय सेवा के 94 कर्मचारी:-
समाहरणालय सेवा के 94 कर्मी समेत कुल 15 विभागों के 750 कर्मचारियों का तबादला किया गया। इनमें प्रखंड साधन सेवी, राजस्व कर्मचारी, पंचायत सचिव, ग्रामीण आवास सहायक, पंचायत रोजगार सेवक, पंचायत तकनीकी सहायक, स्वास्थ्य विभाग के पारा मेडिकल, बीसीएम, प्रखंड हेल्थ मैनेजर सहित अन्य शामिल हैं |