दीपक विश्वकर्मा,,,
बड़ी दरगाह स्थित हजरत मखदूम शेख सरफुद्दीन अहमद यहिया मनेरी के 662 वें सालाना उर्स का आयोजन इस बार सादगी के साथ किया जाएगा।
हजरत मखदूम के आस्ताने पर चादर पोशी के लिए कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा। श्रद्धालु एवं जायरीन व्यक्तिगत रूप से श्रद्धा के साथ चादर पोशी करेंगे।
सालाना उर्स के आयोजन को लेकर मंगलवार को जिलाधिकारी ने मखदूम ए जहाँ के गद्दीनशीं (पीर साहब) एवं अन्य प्रतिनिधि तथा संबंधित विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक किया।पीर साहब ने बताया कि इस बार के सालाना उर्स को सादगी के साथ मनाने का निर्णय लिया गया। मखदूम साहब के आस्ताने पर चादर पोशी हेतु किसी भी तरह का जुलूस नहीं निकाला जाएगा। लोग व्यक्तिगत श्रद्धा के साथ व्यक्तिगत रूप से चादर पोशी करेंगे। इस अवसर पर किसी मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा।
बाहर से आने वाले जायरीन के लिए सुरक्षा, पेयजल, शौचालय साफ-सफाई आदि आवश्यक व्यवस्था संबंधित विभागों के माध्यम से सुनिश्चित कराई जाएगी। इसके लिए जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
बड़ी दरगाह में मेडिकल टीम भी तैनात रहेगी। साथ ही नियंत्रण कक्ष भी आवश्यक सुविधाओं एवं पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति के साथ क्रियाशील रहेगा।
मुख्य मार्ग से आने वाले वाहन का प्रवेश सोगरा कॉलेज तक ही अनुमान्य होगा। वहाँ से श्रद्धालुओं को पैदल बड़ी दरगाह तक जाना होगा।जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को सभी आवश्यक व्यवस्था ससमय सुनिश्चित करने का निदेश दिया।
बैठक में मख़दूम ए जहाँ के गद्दीनशीं सैय्यद शाह सैफ़ुद्दीन अहमद फिरदौसी (पीर साहब), बड़ी दरगाह के अन्य प्रतिनिधिगण, पुलिस अधीक्षक,अनुमंडल पदाधिकारी बिहारशरीफ सहित विभिन्न संबंधित विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।