राज की रिपोर्ट ( 9334160742 ) – मध्याह्न भोजन के जरिए बच्चों का निवाला गटकने वाले जिले के 15 स्कूलों के हेडमास्टर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी की गाज गिरने वाली है | ऐसे चिन्हित स्कूलों के हेडमास्टर 27 लाख 993 रुपए वसूले जाएंगे। जबकि 30 स्कूल के स्कूलों के हेडमास्टर डीईओ के यहां अपील में गए हैं। अगर उन्हें माफी नहीं मिली तो यह संख्या और बढ़ जाएगी। हालांकि डीईओ पहले ही15 को माफी दे चुके हैं।
मध्याह्न भोजन के डीपीओ शंकर प्रिय ने बताया कि जिले के कुल 194 स्कूल के हेडमास्टरों ने मध्याह्न भोजन में गड़बड़ी की थी। सभी को चिंहित करने के बाद उनपर जुर्माना किया गया। उनमें से 134 स्कूलों से 18 लाख 33 हजार 663 रुपए की वसूली की गई है। 30 स्कूलों के हेडमास्टर के ऊपर 7 लाख 56 हजार 975 हजार रुपए का मामला अपील में है। जबकि 15 स्कूलों के 4 लाख 56 हजार 19 रुपए की अपील के दौरान माफी मिल चुकी है। कुल मिलाकर शिक्षकों के यहां 33 लाख 17 हजार 652 रुपए बाकी हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों का निवाला गटकने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी। अगर अपील में फैसला उनके पक्ष में नहीं होता है तो उन शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इसके अलावा अन्य स्कूलों की भी जांच की जा रही है। जहां से मध्याह्न भोजन में गड़बड़ी की शिकायत मिलेगी जांच कर उसके हेडमास्टर से राशि वसूली जाएगी।
जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि मध्याह्न भोजन में गड़बड़ी करने वाले जो भी शिक्षक चिंहित किए गए हैं। उनकी कुंडली खंगालने के बाद ही सजा या माफी का निर्णय लिया जा सकता है। गड़बड़ी करने वाले शिक्षकों से किसी भी कीमत में बख्शा नहीं जाएगा । सरकार की योजना और स्कूली बच्चों को प्राथमिकता पहले दी जाएगी। बाद में शिक्षकों को देखा जाएगा।उन्होंने बताया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिलाव के एचएम पर 47,086, बेन के माठोपुर प्राइमरी स्कूल पर 3,994, नूरसराय के बेलदारी पर प्राइमरी स्कूल से 19,969, परवलपुर के प्राथमि विद्यालय पिलीच से 15,975, अस्थावां के एनपीएस से 9,014, हरनौत के प्राइमरी स्कूल बाहापर से 3,380, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बिन्द से 6,630 व ऐसे कुल 15 स्कूलों से राशि वसूली जाएगी।