दीपक विश्वकर्मा, रोटरी क्लब ऑफ नालंदा का चौथा अधिष्ठापन समारोह संपन्न हो गया ।जिसमें अध्यक्ष रोटेरियन डॉ अजीत कुमार और सचिव रोटेरियन राजा बाबू को बनाया गया ।इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष रोटेरियन संतोष कुमार और पूर्व सचिव रोटेरियन योगेश में अपना कार्यभार सौंपा ।इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर रोटेरियन संजीव ठाकुर मौजूद थे ।अधिष्ठापन समारोह के मौके पर बेहतर कार्य करने वाले रोटेरियन को क्लब के द्वारा सम्मानित किया गया ।इस अधिष्ठापन समारोह की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि पहली बार द नालंदा बुलेटिन का विमोचन किया गया ।

इस बुलेटिन का एडिटर चार्टर प्रेसिडेंट रोटेरियन अजय कुमार को बनाया गया है ।इस बुलेटिन में क्लब की गतिविधियों का प्रकाशन किया जाएगा ।इस मौके पर रोटेरियन अजय कुमार ने बताया कि बीते 4 वर्षों के अंतराल में रोटरी क्लब नालंदा ने कोरोना से लेकर अन्य क्षेत्रों में बेहतर कार्य किया है ।उन्होंने कहा कि आगे भी क्लब समाज सेवा के क्षेत्र में अपना दायित्व निभाता रहेगा ।

नालंदा में रोटरी क्लब ऑफ बिहार शरीफ की स्थापना 35 वर्ष पूर्व की गई थी ।जिसके चार्टर प्रेसिडेंट थे ए के विश्वास और यह कारवां चलता गया ।जिसमें शहर के प्रतिष्ठित व्यवसई ,चिकित्सक और समाज सेवा की भावना रखने वाले लोग जुड़ते गए ।हाल के दशक में रोटरी तीन विंग में बट गया जिसमें रोटरी क्लब आफ बिहारशरीफ, रोटरी क्लब ऑफ तथागत और रोटरी क्लब नालंदा शामिल है। मगर इनरव्हील क्लब ऑफ बिहार शरीफ आज भी एक है जिसमें तीनों क्लब के सदस्यों की पत्नियां अपना पूर्ण योगदान दे रही हैं ।रोटरी क्लब की स्थापना 1604 में अमेरिका के शिकागो में पॉल हैरीश ने तीन लोगों के साथ शुरू की थी


।आज यह क्लब दुनिया का सबसे पहला और बड़ा सेवा संगठन बन चुका है ।पूरे विश्व में 32 हजार से अधिक रोटरी क्लब हैं जिनमें 1300000 से अधिक सदस्य समाज सेवा से जुड़े हैं। रोटरी के चार उद्देश्य है जिसमें आपसी परिचय को बढ़ाना ,व्यापार और व्यवसाय में उच्च नैतिक आदर्शों की स्थापना करना ,अंतर्राष्ट्रीय समाज सद्भावना और शांति को ऐसे व्यापारिक व व्यवसायिक गतिविधियों के सहारे बढ़ावा देना जो सेवा भावना से ओतप्रोत हो ।

बचपन से ही सेवा भाव उत्पन्न करने के लिए रोटरी ने अपने कई विंग बनाए हैं जिनमें युवाओं के लिए इंटरेक्ट उसके बाद रोटरेक्ट तब रोटरी ।इस संगठन का एक महिला विंग है उसका नाम है इनरव्हील यानी इस क्लब में जुड़ने वाले लोगों की पत्नियां भी सेवा भाव से जुड़कर अपने पति का साथ देती हैं। खासकर इस क्लब में वैसे लोग जुड़े हैं जिनके दिल में सेवा भाव है ।

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