दीपक विश्वकर्मा ,,, सोहसराय स्तिथ श्री गंगा मैरेज हॉल में महात्मा फुले समता परिषद के द्वारा प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस मौके पर महात्मा फुले समता परिषद के जिलाध्यक्ष सोनू कुशवाहा ने बताया की आगामी 2 फरबरी को बिहार लेनिन शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती समारोह हमलोग माना रहे है । जिसके लिए सभी जिला वासियों को अमानतंत्रित किया जा रहा है । उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा के काफिले पर हुए हमले की घोर निंदा की । उन्होंने कहा बिहार सरकार को इस मुद्दे पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए और आस्माजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करना चाहिए, यह दुर्भाग्य है कि गरीबों के लिए आवाज उठाने वालों पर हमले हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि शहीद जगदेव प्रसाद अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों के साथ लड़ाई लड़ने का काम किए थे और शहीद जगदेव प्रसाद की ही देन है लालू प्रसाद और नीतीश कुमार जो 35 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहने का काम किए । और आज उन्हीं के नियम कानून और सिद्धांतों को तोड़कर राजनीति करने का काम कर रहे हैं। अब उनके अंदर कोई भी स्वाभिमान आत्मसम्मान नहीं बचा है। सभी सिद्धांतों को ताक पर रखकर गठबंधन का पालन नहीं करते हुए आज सरकार चल रही है। उपेंद्र कुशवाहा के बारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बोलने का काम किए हैं कि आता है और जाता है ।इसके लिए हम लोग अपनी पूरी टीम राजनीति से इस्तीफा कर देंगे। नीतीश कुमार ने खुद पटना में पटेल सेवा कार्यक्रम के दौरान पार्टी से जुड़ने को कहा था , जिसका रिकॉर्डिंग पत्रकारों के पास आज भी मौजूद है ।अगर चाहे तो खुद रिकॉर्डिंग सुन सकते हैं। इस संदर्भ में फोन रिकॉर्ड चेक कर लिया जाए कि किसने किसे कॉल किया था। आज नीतीश कुमार के कमिश्नरी में एक-एक सीट का नुकसान हो गया वह भी हम लोगों के उम्मीदवार के कारण। हम लोगों को जनता दल यूनाइटेड के बोर्ड से जोड़ दिया जाता तो नीतीश कुमार के 43 सीट से 73 सीट हो जाता है। उस मद्देनजर नीतीश कुमार ने हमें अपने पार्टी में शामिल किया था । हम लोगों के पास 22 लाख प्राथमिक सदस्य थे जो जदयू में विलय करने के बाद आज नीतीश कुमार बोल रहे हैं 7500000 हमारी सदस्य हो गई। जबकि 7500000 में 22 लाख हम लोगों के सदस्यों का विलय हुआ था जिसमें केवल नालंदा जिला में 1000000 सदस्य मैंने खुद बनाया था। उसी तरह से बिहार के सभी जिला में हमारे सदस्यों ने 10000-20000 की संख्या में सदस्य बनाए है। माननीय उपेंद्र कुशवाहा ने सपना देखा था कि बिहार का कोई बेटा देश का प्रधानमंत्री बने उसी संदर्भ में हम लोग काम कर रहे थे । लेकिन राष्ट्रीय कमेटी बिहार छोड़कर कहीं नहीं है, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का पूरे देश 22 राज्यों में कमेटी था जिसे भी हम लोगों ने पार्टी में मर्ज किया।