दीपक विश्वकर्मा,,,, बिहारशरीफ के प्रोफेसर कॉलोनी निवासी बीएम पटेल के सुपुत्र अभिजीत सिन्हा ने पहली बार में ही नीट की परीक्षा में सफलता हासिल कर न केवल अपने परिवार का बल्कि नालंदा का नाम रोशन किया है । दरअसल अभिजीत के नाना डॉक्टर सुरेश प्रसाद और नानी डॉ श्रीमती मंजू सिन्हा से इसे डॉक्टर बनने की प्रेरणा मिली है । सफलता मिलने के बाद अपने ननिहाल पहुंचे अभिजीत का परिवार वालों ने फूलों का गुलदस्ता भेंट कर और मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया । अभिजीत इस सफलता का श्रेय अपने परिवार वालों को देता है। अभिजीत का कहना है कि आगे एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह कार्डियोलॉजिस्ट बनना चाहता है। बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल आने वाले अभिजीत की प्रारंभिक शिक्षा बिहार शरीफ के गोल्डन बेल पब्लिक स्कूल से शुरू हुई और लोयला हाई स्कूल में 10th का टॉपर रहने के बाद अभिजीत ने आकाश इंस्टीट्यूट पटना में कड़ी मेहनत कर आज नीट जैसे कठिन परीक्षा में सफलता हासिल की है। अभिजीत के पिता वर्तमान समय में डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिकेशन पटना के डायरेक्टर कंप्लायंस के पद पर पदस्थापित हैं उन्होंने बताया कि ली बचपन से ही अभिजीत मैं विलक्षण प्रतिभा थी और वह हर क्षेत्र में अव्वल स्थान प्राप्त करता रहा पढ़ाई के अलावा उसकी रूचि बैडमिंटन और क्रिकेट खेलने में रहे इसके अलावा ज्ञानवर्धक पुस्तकों का अध्ययन करना इसकी दिनचर्या में शामिल है पुत्र को मिली कामयाबी पर शालिनी सिन्हा उम्मीद है कि उनका पुत्र एक बेहतर डॉक्टर बनकर समाज की सेवा में अग्रणी रहेगा इधर उनके नाना डॉक्टर सुरेश प्रसाद और नानी डॉक्टर श्रीमती मंजू सिन्हा दोनों काफी खुश दिखाई दे रहे हैं उन्होंने अभिजीत को अपनी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएं दी । दरअसल अभिजीत ने 2023 में हुए नीट की परीक्षा में पूरे देश में 2285 वां और और कैटिगरी रैंक 1358 वां प्राप्त किया है। अभिजीत का कहना है कि इस सफलता के पीछे मेरे पूरे परिवार का महत्वपूर्ण योगदान रहा है । हर कदम पर परिवार वालों ने साथ दिया। इस दरमियान मेरे पापा हमेशा पढ़ने के लिए प्रेरित करते रहें और साथ में पढ़ाया भी करते थे। मेरी मां भी हमेशा मेरी हर जरूरत को पूरा की है और मेरा छोटा भाई हमेशा मेरे साथ लगा रहता था । मेरे मनोरंजन का भी ध्यान रखता था ज्यादा शरारते न करते हुए भी मेरा ज्यादा समय व्यर्थ न जाए इसका पूरा ख्याल रखता था। मेरे भाई बहन और पूरे परिवार ने हमेशा मेरा साथ दिया है। अब मैं आगे एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी कर के एक सफल कार्डियोलॉजिस्ट बनना चाहता हूं। और लोगों की सेवा करना चाहता हूं।