इस दौरान केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के साथ अन्य भाजपा नेता देश भर में पार्टी की ओर से आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे और किसानों से संवाद भी करेंगे। भाजपा ने यह कार्यक्रम ऐसे समय में तय किया है कि जब दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसान पिछले चार सप्ताह से अधिक समय से तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। वे इन कानूनों को रद्द किए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं, जबकि सरकार ने इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया है।