दीपक विश्वकर्मा,, वैसे तो इस्लाम धर्म को मानने वाले लोगों के लिए रमजान में रोजा रखना फर्ज माना जाता है। मगर इस फर्ज को अगर मासूम निभाए तो यह बड़ी बात है । बचपन से ही खुदा की इबादत करना इनके जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। ऐसे ही दो भाई बहन हैं 5 साल की इनाया शादाब और 8 साल के मोहम्मद शादाब दोनों ने रोजा रखकर खुदा की इबादत की है। सबसे बड़ी बात यह है कि नन्हीं सी 5 साल की इनाया शादाब ने एक रोजा रखा और सबे कदर की रात जागकर खुदा की इबादत की। जबकि इसके भाई मोहम्मद सायन शादाब लगातार रोजे रख रहा है। इसने अब तक चार सब्बे कदर की रात जागकर खुदा की इबादत की है।
दोनों बच्चे के पिता स्मार्ट लुक और ब्लैकबेरी के संचालक छज्जू मोहल्ला निवासी मोहम्मद शादाब अख्तर उर्फ सोनू बताते हैं कि इन दोनों बच्चों ने जिद कर रोजा रखा है। उन्होंने कहा कि मुझे और हमारी पत्नी को अपने बच्चों पर फक्र है कि ये लोग बचपन से ही खुदा की इबादत कर रहे हैं । इस चिलचिलाती धूप और गर्मी में जहां बड़ों के पसीने छूट जाते हैं वही ये बच्चे किस प्रकार खुदा की इबादत कर रहे हैं यह सोचने वाली बात है ।यानी सीधे तौर पर यह कहा जा सकता है कि इनके उम्र पर इबादत और रोजे भारी पड़ रहा है।